अपराधियों के हौसले बुलंद योगी ने लिया कड़ा एक्शन – हालात ए उत्तर प्रदेश

Amit Srivastav

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय कड़े एक्शन ले रहे हैं। आपको बता दे कि लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की सीट कम होने के वजह से आपराधिक तत्व और छेड़खानी करने वाले सक्रिय हो गए हैं। उन्हें लग रहा है कि योगी का समय जाने वाला है, ऐसे में यह अपराधी प्रवृत्ति के लोग समाज में सक्रिय होते हुए नजर आ रहे हैं। इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने करारा जवाब देते हुए इस तरह के अपराध और छेड़खानी करने वाले लोगों को कानूनी शिकजे में ले रही है। सोशल मीडिया में कुछ ऐसे ही वीडियो जारी हुई है जिसमें छेड़खानी करते हुए युवक को धर दबोचा गया और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश में सही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए योगी ने सभी पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हुए हैं, अराजक तत्व गुंडे बदमाशों के ऊपर सीधे-सीधे एक्सन ले उन पर कार्रवाई करके सलाखों के पीछे भेजा जाए। ‌

अपराधियों के हौसले बुलंद योगी ने लिया कड़ा एक्शन - हालात ए उत्तर प्रदेश

आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कड़े फैसले और कड़े कानून व्यवस्था के लिए जाने व पहचाने जाते हैं। पिछले 7 साल के उनके कार्यकाल में कई माफिया और बदमाशों को ठिकाने लगाया जा चुका है, उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
इधर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है, इस कारण से दूसरे गुंडा नेता बदमाश इसलिए सक्रिय हो गए कि योगी की पकड़ उत्तर प्रदेश की राजनीति में नहीं रही है। ‌लेकिन आज उत्तर प्रदेश की ज्यादातर जनता योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सहराना कर रही है और उन्हें पूरा विश्वास है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी संजीदगी से काम करेंगें।

अपराध की जड़ अवैध खनन और दारू

जनता के बीच जब amitsrivastav.in की टीम गयी और जानने की कोशिश की अपराध का जड़ क्या है ? तो उनकी अलग-अलग राय थी उन्होंने बताया कि बढ़ते हुए अपराध की जड़ तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी सहित अवैध खनन माफिया सक्रिय होना और जगह-जगह पर दारू बिकना है।
उत्तर प्रदेश में लोगों का कहना है कि जल्दी यहां शराब बंदी जैसा नियम लागू कर देना चाहिए। हवाई जनता का कहना है कि कानून व्यवस्था बहुत ही अच्छा है लेकिन सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की हालत सही नहीं है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नाम मात्र की है कक्षा पांच तक में गिनेचुने एक दो अधिक से अधिक तीन अध्यापक हैं एक तो अध्यापकों की कमी ऊपर से दो तरह की वेतन शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर रहा है और अस्पतालों में दवाई का पता नहीं है। स्कूलों में अध्यापक नदारत हैं तो वही अस्पतालों में डॉक्टर बहुत ही कम नजर आते हैं। ‌ इस तरह की समस्याओं से उत्तर प्रदेश का नागरिक परेशान है इधर गुंडे बदमाश भी सक्रिय हो रहे हैं जिन पर लगाम लगाना बहुत जरूरी है।

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