हिन्दी दिवस पर कविता

Amit Srivastav

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हिन्दी दिवस पर कविता

हमारी आन है हिन्दी हमारी देश की शान है हिन्दी। 

हमारी चेतना हमारी वाणी की वरदान है हिन्दी।। 
हमारी वर्तनी हिन्दी हमारी व्याकरण है हिन्दी। 
हमारी संस्कृति आचरण की पहचान है हिन्दी।

हिन्दी ही सूर तुलसी मीरा रसखान की तान है।। 
कवी लेखक गायकों का हिन्दी ही पहचान है।। 


हमारी आन है हिन्दी हमारी देश की शान है हिन्दी। 
हमारी चेतना हमारी वाणी की वरदान है हिन्दी।। 
देव भाषा हिन्दी हमारी जन्म भाषा है हिन्दी। 
हमारे विश्व के कोने-कोने में फैली है हिन्दी। 
हमारी आत्मा व भावना की साज है हिन्दी।
हमारे देश की हर प्यारी आवाज है हिन्दी।

हिन्दी दिवस पर कविता

हर भाषा में मेरी हिन्दी का ऊंचा स्थान रहे।। 
तिरंगे में सत्यमेव जयते का अभिमान रहे।। 


हमारी आन है हिन्दी हमारी देश की शान है हिन्दी। 
हमारी चेतना हमारी वाणी की वरदान है हिन्दी।। 
हमारी मातृभूमि राष्ट्रभाषा की श्रंगार है हिन्दी।
हमारी पहचान है हिन्दी हमारी शान है हिन्दी।
सनातन धर्म में है हिन्दी हमारी कर्म में है हिन्दी। 
रामायण गीता के मधुर छंद के अर्थ में है हिन्दी। 

हिन्दी दिवस पर कविता

नीले गगन में चांद सूरज की लगी रहे बिंदी।। 
हम कलम के पुजारियों का अमर रहे हिन्दी।। 

हमारी आन है हिन्दी हमारी देश की शान है हिन्दी। 
हमारी चेतना हमारी वाणी की वरदान है हिन्दी।। 
हमारी अमर रहे हिन्दी हमारी अमर रहे हिन्दी। 
वंदेमातरम वंदेमातरम वंदेमातरम वंदेमातरम।। 

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