प्रयागराज में महाकुंभ का दिव्य अनुभव भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, Gautam Adani reached Mahakumbh with his family गौतम अदाणी, मंगलवार को अपने पूरे परिवार के साथ प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे। इस ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन में उनकी पत्नी डॉ. प्रीति अदाणी, बेटे करण अदाणी, बहू परिधि अदाणी, पोतियां और छोटे बेटे जीत अदाणी भी शामिल हुए। इस यात्रा में अदाणी परिवार ने संगम स्नान, इस्कॉन मंदिर में सेवा, बड़े हनुमान मंदिर दर्शन, और गीता प्रेस पंडाल का दौरा किया।
गौतम अदाणी ने महाकुंभ को “अद्भुत, अद्वितीय और अलौकिक” बताते हुए कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा जैसे पूरी दुनिया की आस्था, सेवा और संस्कृतियां मां गंगा की गोद में समाहित हो गई हैं।

जीत अदाणी की शादी की घोषणा
महाकुंभ यात्रा के दौरान गौतम अदाणी ने अपने छोटे बेटे जीत अदाणी की शादी की तिथि की घोषणा करते हुए बताया कि यह 7 फरवरी 2025 को सादगीपूर्ण पारिवारिक माहौल में संपन्न होगी।
जब पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या शादी में बॉलीवुड और अन्य क्षेत्र की बड़ी हस्तियां शामिल होंगी, तो उन्होंने इसे एक पारिवारिक आयोजन बताते हुए इसे सादगी से मनाने का फैसला साझा किया।
Mahakumbh महाकुंभ में अदाणी परिवार की दिनभर की गतिविधियां
इस्कॉन मंदिर में सेवा और प्रसाद ग्रहण किया।
गौतम अदाणी अपने परिवार के साथ दोपहर करीब 12:30 बजे इस्कॉन मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने इस्कॉन की रसोई में प्रसाद बनाने में हिस्सा लिया। डॉ. प्रीति अदाणी और उनकी बहू परिधि अदाणी ने रोटियों पर घी लगाया और मटर छीली। इसके बाद अदाणी परिवार ने प्रसाद वितरित किया और सपरिवार प्रसाद ग्रहण किया। गौतम अदाणी ने इस्कॉन की निस्वार्थ सेवा भावना की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था मानवता के लिए प्रेरणादायक है।
संगम स्नान और पूजा-अर्चना की।
दोपहर 1:20 बजे अदाणी परिवार प्रयागराज के संगम घाट पहुंचा। यहां से नाव द्वारा संगम स्थल तक गए। संगम में स्नान करने और विधिवत पूजा-अर्चना के बाद गौतम अदाणी ने इसे अपनी आध्यात्मिक यात्रा का सबसे खास अनुभव बताया।
उन्होंने कहा, “संगम में स्नान और पूजा करते हुए ऐसा लगा जैसे मां गंगा का आशीर्वाद सीधे आत्मा तक पहुंचा।”
बड़े हनुमान मंदिर दर्शन किया।
संगम स्नान के बाद दोपहर 2:00 बजे अदाणी परिवार बड़े हनुमान मंदिर गया। मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद गौतम अदाणी ने हनुमान जी की शक्ति और भक्ति के प्रतीक रूप की प्रशंसा की।
गीता प्रेस पंडाल में सेवा किया।
इसके बाद अदाणी परिवार ने 2:30 बजे गीता प्रेस पंडाल का दौरा किया। गौतम अदाणी ने गीता प्रेस के साथ मिलकर 1 करोड़ आरती संग्रह वितरित करने का संकल्प लिया। उन्होंने बताया कि गीता प्रेस भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रचार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अदाणी ने इस्कॉन के साथ मिलकर प्रत्येक दिन 1 लाख लोगों को भोजन कराने का भी वादा किया।
महाकुंभ के समापन पर गौतम अदाणी ने मीडिया से बात करते हुए आयोजन की भव्यता की सराहना की। उन्होंने कहा, यह आयोजन न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है कि किस तरह आस्था, सेवा, और समर्पण के साथ भव्यता को साकार किया जा सकता है। साधु-संतों, श्रद्धालुओं, प्रशासन, सफाईकर्मियों और सुरक्षा बलों का कार्य सराहनीय है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में यह आयोजन वैश्विक मानकों पर खरा उतरा है।
फैक्ट फाइल: गौतम अदाणी की महाकुंभ यात्रा
सुबह: गौतम अदाणी और परिवार प्रयागराज पहुंचे।
12:30 बजे: इस्कॉन मंदिर में प्रसाद सेवा और ग्रहण।
1:20 बजे: संगम घाट से नाव द्वारा संगम स्थल पहुंचे।
2:00 बजे: बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन और पूजा।
2:30 बजे: गीता प्रेस पंडाल में आरती संग्रह का वितरण।
शाम: अहमदाबाद प्रस्थान किया।
अदाणी परिवार का सेवा और आस्था में योगदान स्पष्ट दिखाई दिया। महाकुंभ यात्रा के दौरान अदाणी परिवार ने न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन किया बल्कि समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई।
1 करोड़ आरती संग्रह वितरण की रुपरेखा तय किया साथ ही प्रत्येक दिन 1 लाख लोगों को भोजन-पानी में अपनी सहभागिता दर्शायी। महाकुंभ आयोजन में प्रशासन और कार्यकर्ताओं की सराहना करते यात्रा का समापन किया।
गौतम अदाणी की यह यात्रा एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और मानवीय पहल का प्रतीक है, जो उनके परिवार की धार्मिक और सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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