देवरिया का फायर विभाग के जवान है बीमार सिस्टम फेल, नही है आग बुझाने की पर्याप्त व्यवस्था,
देवरिया जिलाधिकारी के नेतृत्व पर है संदेह..?
देवरिया में फायर ब्रिगेड की कुल चार गाड़िया है जबकि हर रोज जनपद में लग रही सैकड़ों जगह आग।

फायर विभाग में 38 स्टाप के भरोसे चल रहा है पूरा सिस्टम, जिसमें कुछ है ओवर ऐज, तो कुछ आग बुझाते वक्त घायल हो जाते हैं और कुछ रहते है बीमार। अग्निशमन विभाग आग लगने के बाद पूरे परिवार को जलने का करता है इंतजार। लोमड़ी नक्षत्र के समाजसेवी को रहता है इंतजार, सूचना पर गोल गोल घुमाते है जनपद के जिम्मेदार अधिकारी। भाजपा के सांसद विधायकों से जनता मांगती है आग बुझाने में फायर बिग्रेड की गाड़ियों की मदद तो सांसद विधायक झाड़ लेते हैं। पल्ला झाड़ नेताजी रहते हैं चुनाव प्रचार में। क्या छाप छोड़ रहे हैं नेता जी लोग अगर निस्पक्ष चुनाव और मतगणना हुआ तो सामने आ जायेगा।

आपको बता दें कि इस साल की चैत्र नवरात्रि में जगत-जननी जगदम्बा घोड़े पर सवार होकर आई हुई हैं और घोड़े की सवारी माता का देश काल के लिए अशुभ सहित शुभ संकेत है। एक तरफ जहां माता का रौद्र रुप भीषण आग की चपेट में यह पृथ्वी लोक तो वही सत्ता परिवर्तन का शुभ संकेत है। अगर निस्पक्ष चुनाव होता है तो नवरात्रि में जगत-जननी के आगमन का फलादेश सत्य सावित होना तय है। देखा जा रहा है काग्रेस की चुनावी घोषणा पत्र का प्रभाव किसानों, युवाओं और महिलाओं पर खास असर डाल दिया है। मतदान प्रतिशत कम जो हो रहा है खासकर सामान्य वर्ग मतदाता जुमलेबाजी को देख समझ मतदान करने नही जा रहा है। और सत्ता परिवर्तन करने की चाह में किसान, युवा, मतदाता और कांग्रेस का फिक्स वोटबैंक तन-मन से लगकर मतदान करने में लगा हुआ है। देवरिया से दिलीप कुमार कि रिपोर्ट।