उत्तर प्रदेश। जनपद में रचनात्मक कार्यो के लिए जाने जाने वाले व कांग्रेस के बरिष्ठ नेता सच्चिदा सिंह राना ने आज कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

श्री राना कांग्रेस के विभिन्न पदों पर रह चूके है। राना ने कांग्रेस में अपने राजनीतिक जीवन की यात्रा 2000 में प्रदेश युवा कांग्रेस से प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता के रूप से शुरू करके विभिन्न जनपदों व लोकसभा क्षेत्रो के संगठन प्रभारी, जिला कांग्रेस कमेटी देवरीया के लगातार 4 बार जिला महासचिव व प्रवक्ता एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य तक सफर किया है। श्री राना ने कांग्रेस में अपनी प्रखर वक्तृत्व क्षमता व आक्रमक रणनीति के समन्यवक के रूप में एक मजबूत स्तंभ, एवं युवावों के प्रेरक नेता के रूप में पहचान बनाई है। इसी क्रम में श्री राना ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि अपने दो दशक के कांग्रेस की राजनीतिक यात्रा से समाज को दिशा देने के तमाम जीवनानुभव मुझे प्राप्त हुए, इस बीच समकालीन राजनीति के बहाने लोकतंत्र की मर्यादा की रक्षा करने के प्रयास में कांग्रेस का केंद्रीय और प्रांतीय नेतृत्व लगातार अपने विचारों व प्रयासों में गिरावट को प्रस्तुत करता रहा है।
जीवन मूल्यों की रक्षा व मानवीय संवेदनाओं तथा परिवर्तनकामी सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने के प्रयासों में कांग्रेस ने कोई भी रुचि नहीं दिखाई है।निष्ठावान व समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा व अनादर कांग्रेस में अपने चरम पर है। संघर्ष व लोकप्रियता को नजरअंदाज किया जा रहा है।एक साधारण सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते कांग्रेस के इन प्रयोगों से आहत हो कर भारी मन से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।शीघ्र ही शुभचिंतकों एवं मित्रों के साथ विचार विमर्श कर नई राजनीतिक जीवन की शुरुआत की करूंगा।