टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ: जागरूकता के जरिए स्वस्थ समाज की ओर कदम

Amit Srivastav

टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ: जागरूकता के जरिए स्वस्थ समाज की ओर कदम

देवरिया। भाटपार रानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेम लता गुप्ता के नेतृत्व में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का उद्देश्य भारत को टीबी – क्षय रोग से मुक्त करना और लोगों को समय पर जांच और इलाज के लिए प्रेरित करना है।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा, टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन समय पर जांच और सही इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। जिन लोगों को लंबे समय से खांसी हो रही है, या जो 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, वे अपनी बलगम की जांच नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराएं। यह अभियान समाज को स्वस्थ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

टीबी के लक्षण और जांच की जरूरत पर जोर

इस अवसर पर उपस्थित डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने टीबी के लक्षण, कारण, और इसके प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डाक्टरों की टीम ने बताया कि टीबी के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं। लगातार दो हफ्ते या उससे अधिक समय तक खांसी। खांसी में बलगम या खून आना। तेज बुखार और रात में पसीना आना। वजन का तेजी से घटना।
डॉक्टरों ने बलगम जांच को टीबी की पहचान और इलाज में सबसे महत्वपूर्ण बताया। इस जांच से बीमारी का पता लगाकर मरीज को सही दवा दी जाती है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रही, कार्यक्रम में नगर के कई गणमान्य लोग और स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं। प्रेम लता गुप्ता, नगर पंचायत अध्यक्ष। उनके प्रतिनिधि पति विजय कुमार गुप्ता। डॉ. मुरारी राय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख। आरोग्य मित्र रतिनाथ तिवारी। STS राजन कुमार। त्रिपुरारी पांडेय, स्वास्थ्य विभाग अधिकारी। आफताब शाह, सामाजिक कार्यकर्ता। डॉ. आबिद अली, विशेषज्ञ। सभी ने अपने अपने विचार साझा किए और टीबी से बचाव के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया।

टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य

नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि इस अभियान का मुख्य लक्ष्य लोगों को जागरूक करना और समाज से टीबी जैसी घातक बीमारी को पूरी तरह समाप्त करना है। उन्होंने समाज के हर वर्ग से अपील की कि वे इस अभियान में सहयोग करें और अपने आसपास के लोगों को टीबी के खिलाफ लड़ाई में शामिल करें।
उन्होंने कहा, टीबी केवल एक व्यक्ति की बीमारी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज को प्रभावित करती है। इसे रोकने के लिए सभी को जागरूक होना होगा। समय पर जांच और उपचार से न केवल मरीज स्वस्थ होगा, बल्कि उसके परिवार और आसपास के लोग भी सुरक्षित रहेंगे।

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टीबी मुक्त भारत अभियान

टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ: जागरूकता के जरिए स्वस्थ समाज की ओर कदम

कार्यक्रम के अंत में, स्वास्थ्य विभाग ने घोषणा की कि इस अभियान के तहत हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर विशेष जांच शिविर लगाए जाएंगे। टीबी मरीजों को मुफ्त दवा और परामर्श दिया जाएगा। साथ ही, इस अभियान को स्कूलों, पंचायतों और अन्य सामाजिक संस्थानों तक ले जाने की योजना है ताकि अधिक से अधिक लोग टीबी के खिलाफ जागरूक हो सकें।
यह कार्यक्रम स्वस्थ भारत मिशन के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। नगर पंचायत अध्यक्ष ने सभी से आग्रह किया कि वे इस मुहिम का हिस्सा बनें और “टीबी मुक्त भारत” के लक्ष्य को हासिल करने में सहयोग दें।
इस प्रकार, यह कार्यक्रम न केवल जागरूकता फैलाने में सफल रहा, बल्कि लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति सचेत और सतर्क रहने का संदेश भी दिया।

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