वाराणसी। देश में बढ़ते आतंकवाद के खिलाफ और देश विरोधी गतिविधियों के बीच सरकार द्वारा पाकिस्तान से आए नागरिकों को भारत से निष्कासित करने के फैसले पर राष्ट्रीय क्रांतिकारी सामाजिक संगठन NCBT (लीगल टीम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुजीत सिंह ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सरकार के इस कदम का जोरदार स्वागत करते हुए कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया हर कदम शत-प्रतिशत सही है और हर देशभक्त नागरिक को इसका समर्थन करना चाहिए।
सुजीत सिंह ने भावनात्मक लहजे में कहा कि आतंकवाद का जहर न केवल सीमावर्ती राज्यों में बल्कि देश के हर कोने में फैल रहा है और यदि समय रहते कठोर निर्णय नहीं लिए गए तो भारत की संप्रभुता और सामाजिक सौहार्द को गहरा आघात पहुंच सकता है।

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प्रेस विज्ञप्ति में सुजीत सिंह ने कश्मीर में हाल ही में हुए गैर-मुस्लिम 28 हिंदुओं की जघन्य हत्या का भी विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि निर्दोष हिंदुओं की निर्मम हत्या ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि आतंकवाद के प्रति कोई नरमी बरतना देश के साथ विश्वासघात होगा। सुजीत सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है जब भारत को यह तय करना होगा कि देशहित सर्वोपरि है और इसके लिए चाहे जितनी भी कठिन नीतियाँ बनानी पड़ें, उन्हें लागू किया जाए। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तानियों को भारत में रहने की अनुमति देना देश की सुरक्षा के लिए खतरे का निमंत्रण है।

NCBT के अध्यक्ष सुजीत सिंह समाजसेवी के रूप में भी रखी अपनी भावनाएँ
अपने संबोधन में सुजीत सिंह ने समाजसेवी के रूप में अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जब-जब देश ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं, तब-तब देशवासियों का मनोबल ऊँचा हुआ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आए नागरिक कई बार अवैध रूप से भारत में बस जाते हैं और फिर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होकर निर्दोष नागरिकों का खून बहाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को न केवल सीमावर्ती इलाकों से बल्कि भारत के हर कोने से पाकिस्तानियों को ढूंढकर बाहर निकालना चाहिए, ताकि देश को पूर्णत: आतंकवाद-मुक्त बनाया जा सके।
कश्मीर में गैर-मुस्लिम हिंदुओं की हत्या पर दूरभाष पर बताते हुए सुजीत सिंह बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि यह मात्र कुछ व्यक्तियों की हत्या नहीं है, बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोषों का खून बहाते हैं, वे किसी भी तरह मानवता के धर्म का पालन नहीं करते और ऐसे लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए। उनका सरकार से मांग है कि आतंकियों और उनके समर्थकों के विरुद्ध त्वरित और निर्णायक कार्रवाई हो तथा आतंकवादियों को आश्रय देने वालों पर भी सख्त दंडात्मक प्रावधान लागू किए जाएं।
सुजीत सिंह ने भारत की युवा पीढ़ी से भी आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि युवा केवल सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद के नारे न लगाएं, बल्कि जमीन पर भी देशहित में जागरूक बनें। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को केवल सेना या सरकार नहीं हरा सकती, इसके लिए समाज के हर तबके को एकजुट होकर एक सामाजिक आंदोलन खड़ा करना होगा। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे राष्ट्रवादी संगठनों के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ जनजागरण करें और देश की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं।
सुजीत सिंह ने सरकार के साहसिक निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि इस बार सरकार ने जो निर्णय लिया है वह न केवल साहसी है, बल्कि देश को एक सुरक्षित और आतंक-मुक्त भविष्य की ओर ले जाने वाला ऐतिहासिक कदम भी है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें कई बार आतंकवाद के सवाल पर राजनीतिक दबाव में आकर नरमी दिखाती रही हैं, लेकिन वर्तमान सरकार ने जो दृढ़ता दिखाई है, वह अनुकरणीय है। सुजीत सिंह ने कहा कि आतंकवाद को केवल निंदा से नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई से समाप्त किया जा सकता है और इसके लिए जनता का भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना आवश्यक है।
आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाने का दिया सुझाव
अपने वक्तव्य के अंतिम हिस्से में सुजीत सिंह ने यह भी सुझाव दिया कि भारत को आतंकवाद के विरुद्ध ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हम आतंकवादियों और उनके समर्थकों के प्रति कठोर रुख नहीं अपनाएंगे, तब तक देश में शांति स्थापित नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि चाहे वह घुसपैठिए हों, चाहे देश के भीतर छिपे हुए आतंक समर्थक हों, या फिर उनके मददगार — सभी को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी भारत के खिलाफ षड्यंत्र करने की हिम्मत न कर सके।
अंत में सुजीत सिंह ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई व्यक्तिगत या राजनीतिक हित नहीं होना चाहिए। हर भारतीय को जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा से ऊपर उठकर केवल ‘भारत’ के लिए सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हर भारतीय आतंकवाद के खिलाफ एकजुट नहीं होगा, तब तक आतंक का पूरी तरह से खात्मा नहीं हो सकता। उन्होंने सरकार, समाज और युवाओं को मिलकर एक ऐसा भारत बनाने का आह्वान किया जो सुरक्षित, एकजुट और आतंकवाद-मुक्त हो।

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Very good information
आतंकवाद कम कभी नहीं हुआ अंतर इतना ही है कभी बहुत ज्यादा हर घटनाओं को दिखाया जा रहा था अब 370 लागू होने के बाद आतंकवाद के खबरों को दिखाया नही जाता है।
Very good information sir 🙏🙏
Good post sir jee
खुलासा खबर भ्रष्टाचार के खिलाफ आप जो भी लिखते हैं स्पष्ट लिखते हैं।