देसी घी में मिलावट से नागरिक परेशान

Amit Srivastav

उत्तर प्रदेश। मिलावट का धंधा बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रशासन इसे रोकने का बहुत प्रयास कर रही है लेकिन मिलावटी खाद्य सामग्री धड़ले से बिक रही है। ‌शुद्ध देसी घी के महंगा होने के कारण इसमें मिलावट करके मुनाफाखोरी का बाजार इन दिनों गरम है।
त्यौहारी सीजन मिलावट का मकड़ी जाल
त्यौहार की सीजन में दीपावली में खोवे की खपत बहुत ज्यादा हो जाती है‌। दूध, खोवा और पनीर जैसे कच्चे माल की खपत मिठाई बनाने में होती है। फेस्टिवल सीजन में मांग बढ़ जाने के कारण कई मामले में मिलावट देखने को मिलता है।

देसी घी में मिलावट से नागरिक परेशान


सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है की देसी घी में ज्यादातर पाल्म आयल और पिघला हुआ मक्खन मिलाया जाता है। हालांकि इस समय 50% तक देसी घी रहता है जिस कारण से इसकी खुशबू देसी घी खिलाने के लिए एक प्रकार का इत्र मिलाया जाता है। ‌
खतरनाक देसी घी मिलावटी जिसमें हाइड्रोज़नेटेड ऑयल, और एनिमल फ़ैट मिलाया जाता है। इस कारण से देसी घी के नाम से बिकने वाला यह घी कम दाम में बेचा जाता है। लेकिन उपभोक्ताओं को यह पता नहीं होता कि यहां मिलावटी घी है। ‌ इस तरह के देसी घी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक होते हैं।
अभिषेक कांत पाण्डेय- प्रयागराज उत्तर प्रदेश ।

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