देवरिया। भाटपार रानी रेलवे स्टेशन, जो उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर स्थित है, गोरखपुर-छपरा रेलखंड का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। हालांकि, इस रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। इसे देखते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमलता गुप्ता ने रेलवे प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को पत्र लिखकर स्टेशन को आधुनिक और जनहितकारी सुविधाओं से सुसज्जित करने की मांग की है।
एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से नगर पंचायत भाटपाररानी अध्यक्ष ने बताया है कि भाटपार रानी न केवल तहसील मुख्यालय है, बल्कि यह क्षेत्र दर्जनों डिग्री कॉलेजों, इंटर कॉलेजों, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों का केंद्र है। यह एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां से प्रतिदिन हजारों यात्री रेलवे स्टेशन का उपयोग करते हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी यह क्षेत्र और इसका रेलवे स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से वंचित है।
इन्होंने यह भी बताया कि यात्रियों को वर्तमान में निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
स्टेशन पर आने और जाने के लिए केवल एक मार्ग उपलब्ध है, जिससे यातायात बाधित होता है।
प्लेटफॉर्म पर छाया के लिए उचित शेड नहीं है।
साफ-सफाई, शौचालय और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है।
स्टेशन परिसर में आरपीएफ और जीआरपी पोस्ट न होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था भी कमजोर है।
नगर पंचायत द्वारा रेलवे प्रशासन से निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गई है।

नवीन रेलवे स्टेशन का निर्माण
- भाटपार रानी स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए नए रेलवे स्टेशन भवन का निर्माण किया जाए। यह निर्माण क्षेत्रीय महत्व और यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए।
- स्टेशन पर यात्रियों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए नए मार्ग बनाए जाएं।
- दुर्गा मंदिर के पास से मालगोदाम की ओर जाने वाले पुराने रास्ते को विस्तारित कर प्लेटफॉर्म-1 तक पहुंचने के लिए पुनः खोला जाए।
- बीआरडी स्कूल के सामने से स्टेशन तक आने-जाने के लिए एक नया मार्ग तैयार किया जाए।
- ऊपरी पुल (ओवरब्रिज) का निर्माण
- प्लेटफॉर्म के दोनों ओर यात्रियों की सुविधा के लिए ऊपरी पुल फुट ओवरब्रिज का निर्माण आवश्यक है, जिससे यात्री सुरक्षित रूप से प्लेटफॉर्म बदल सकें। स्टेशन के पूर्वी भाग में ओवरब्रिज का निर्माण किया जाए।
- यात्रियों के लिए सुविधा के लिए प्लेटफॉर्म के दोनों तरफ लंबे शेड का निर्माण किया जाए।
- ग्रेनाइट से बने प्लेटफॉर्म, शुद्ध पेयजल के लिए स्टैंड पोस्ट, और बैठने की व्यवस्था हो।
- स्टेशन पर पे एंड यूज़ शौचालय, स्नानघर और एसी प्रतीक्षालय बनाया जाए।
- यात्री सुरक्षा और जानकारी के लिए कोच डिस्प्ले यूनिट, पूछताछ केंद्र, और सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं।
- स्टेशन परिसर में आरपीएफ और जीआरपी पोस्ट की स्थापना की जाए।
- स्टेशन परिसर में यात्रियों के लिए शौचालय, स्नानघर, और अन्य सुविधाएं विकसित करने हेतु रेलवे प्रशासन नगर पंचायत भाटपार रानी को जमीन आवंटित करे। यह काम सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP मॉडल) के तहत भी किया जा सकता है।
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमलता ने कहा कि भाटपार रानी रेलवे स्टेशन न केवल इस क्षेत्र की जीवनरेखा है, बल्कि यह एक प्रमुख यात्री केंद्र भी है। यहां सुविधाओं का अभाव यात्रियों और स्थानीय नागरिकों के लिए असुविधा का कारण बनता है। उन्होंने इसे जनहित का विषय बताते हुए इन सुविधाओं को प्राथमिकता से लागू करने की मांग की।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने प्रशासन को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। रेलवे प्रशासन के Sr DEN/CO/BSB को पत्र लिखकर इन मांगों को प्रमुखता देने की अपील की गई है। जनप्रतिनिधियों और नागरिकों का मानना है कि रेलवे प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि भाटपार रानी रेलवे स्टेशन को एक आधुनिक और जनोपयोगी केंद्र बनाया जा सके।
भाटपार रानी रेलवे स्टेशन का विकास न केवल क्षेत्रीय नागरिकों की सुविधाओं को बढ़ाएगा, बल्कि यह गोरखपुर-छपरा रेलखंड के यात्रियों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा। रेलवे प्रशासन से जनता सहित नगर पंचायत भाटपाररानी अध्यक्ष को अपेक्षा है कि वह इस दिशा में शीघ्रता से कदम उठाएगा।