देवरिया। भाटपार रानी विकास खंड अन्तर्गत शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री के नाम खण्ड शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार सिंह को पत्र सौपा। पत्र के माध्यम से बताया है प्राथमिक विद्यालय में लगभग एक लाख अड़तालीस हजार शिक्षामित्र 23 वर्षों से निरंतर निष्ठा पूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के उपरांत शिक्षामित्रो के समक्ष उनके परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। इन्हीं परिस्थितियों के चलते लगभग 80 हजार शिक्षामित्रो की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। शिक्षामित्र आठ वर्षों से निरंतर मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं अभी तक योगी सरकार से शिक्षा मित्रों के हक में उचित निर्णय नही लिया गया। शिक्षामित्र योगी सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं। पत्र के माध्यम से मांग किया गया है पुनः सहायक अध्यापक पद पर पदस्थापित किया जाए उक्त प्रक्रिया पूर्ण होने तक समान कार्य समान वेतन व समान सुविधाओं की मांग किया गया है। महिला शिक्षामित्रो को उनकी ससुराल के जनपद के विद्यालयों में स्थानांतरण किया जाए। अपने निवास स्थान से नजदीक गांव के विद्यालयों में वापसी या स्थानान्तरण की सुविधा दी जाए। मृतक शिक्षामित्रो के परिवार को यथोचित नौकरी आर्थिक सहायता प्रदान किया जाए। कैशलेस चिकित्सा की सुविधा आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए। महिला शिक्षामित्रो को सीसीएल की सुविधा प्रदान की जाए। आकस्मिक अवकाश 11 के स्थान पर 14 दिन और अर्ध आकस्मिक अवकाश की सुविधा प्रदान की जाए।

सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष करने की मांग करते धनंजय शर्मा – महामंत्री, प्रभुदया गुप्ता- अध्यक्ष, चन्द्रशेखर आजाद, रेनू तिवारी, रेखा श्रीवास्तव, सुशीला श्रीवास्तव, अजय सिंह, श्रवण विश्वकर्मा, मंजू देवी, सुनीला देवी, पुष्पा देवी, रम्भा देवी, रीता सिंह, सुमन यादव, मैनावती यादव आदि शिक्षा मित्रों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी भाटपार रानी को पत्रक सौंप जल्द निराकरण कि मांग की।
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