भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आंध्र प्रदेश के एक रैली में कहा शहजादे ने अडानी अंबानी को गाली देना बंद कर दिया। क्या टेम्पो भर भर कर माल पहुंचा है? बता दें नरेंद्र मोदी अपने उम्र और जुबान का ख्याल रखते हुए, पहले राहुल गांधी को बड़े प्यार से पप्पू कहा करते थे, अब शहजादे नाम दिया है।

लोकसभा 2024 तीसरे चरण में चुनावी मंच से अपने ही करीबी मित्र अडानी और अंबानी पर आरोप लगाकर सबको हैरान और चकित कर दिया है। तेलंगाना के करीमनगर की धरती से नरेंद्र मोदी चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी पर निशाना साधा। नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है, अडानी और अंबानी जो आज देश के बड़े उद्योगपति हैं और नरेंद्र मोदी के खास हैं ने टेंपो में भर भर के पैसा कांग्रेस को काला धन भेजते रहे हैं। इसी वजह से पिछले पांच सालों से पांच उद्योगपति के नाम का दिन-रात माला जपने वाले शहजादे, अंबानी अडानी को गाली देना बंद कर दिया है। प्रधानमंत्री के इस गंभीर आरोप से राजनीति में एक नया भूचाल खड़ा कर सकता है। यहां मंच से नरेंद्र मोदी ने कहा मै शहजादे से पूछना चाहता हूं, टेम्पो भर भर अंबानी अडानी से कितना माल लिया, जो गाली देना बंद कर दिया। राहुल गांधी जबाबी भाषण में कहा- क्या यह आपका पर्सनल एक्सपीरियंस है? राहुल ने यह भी कहा मोदी जी आप सीबीआई, ईडी को इसके पास भेजिए पूरी जांच कराईए इन्क्वायरी कराईए धबराइए मत। राहुल गांधी लगातार 2014 के बाद से अब तक अडानी और अंबानी पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि मोदी उनके हितेषी हैं और उन्हें खूब लाभ मोटे पैसे के रूप में देते रहे हैं। इसके बदले मे नरेंद्र मोदी को पार्टी के नाम पर भरपूर चंदा मिलता रहता है। राहुल गांधी द्वारा पहले से ही लगाई जा रही इस आरोप पर अब नरेंद्र मोदी चुनावी दौर में पलटवार करते हुए जनता के बीच चुनावी मंच से गंभीर आरोप अपने ही मित्र अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों पर लगा दिया- कांग्रेस को भर भर के टेंपो पर पैसा भेज रहे हैं।

कांग्रेस की शोशल मीडिया प्लेटफार्म से एक तस्वीर शेयर कर दिखाया गया है मोदी मित्र अंबानी अडानी की सप्रेम मुलाकात ऐसे होती रही है। वहीं प्रियंका गांधी ने मोदी से सवाल किया कि मोदी जी बताईयें अपने मित्रों के 16 लाख करोड़ क्यों माफ किए? प्रियंका के इस सवाल पर अभी मोदी का कोई जबाव उभरकर सामने नही आया है। नरेंद्र मोदी अपने वारंगल की रैली में कहा शहजादे के अमेरिका वाले अंकल दक्षिण भारतीय अफ्रीकन जैसे लगते हैं। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान पर जबाव में कहा। मै आज बहुत गुस्से में हूं। लोग मुझे गाली दें तो मै सह लूँगा, लेकिन शहजादे (राहुल गांधी) के फिलाॅसफर ने देश के लोगों को इतनी बड़ी गाली दी है कि मेरे मन में गुस्सा भर गया है। क्या मेरे देश में चमड़ी का रंग देखकर लोगों की योग्यता तय होगी? चमड़ी के रंग का खेल खेलने का हक शहजादे को किसने दिया है? संविधान सिर पर लेकर नाचने वाले देश का अपमान कर रहे हैं। यह उपरोक्त बातें दोनों पक्ष की रही।

अब सवाल यह है कि अगर अडानी अंबानी ने टेम्पो भर भर कर माल कांग्रेस को दिया यह बात नरेंद्र मोदी को संज्ञान में था, तो क्यों नहीं सीबीआई, ईडी से कार्रवाई करायें हैं? चुनावी मंच पर प्रमाण मुह से जो बोल देगें क्या जनता मान लेगी? इनकी झूठ भरी बातों को जनता 2014 से सुनते देखती 2024 तीसरे चुनाव तक आ गई है। चुनावी मंचों पर मोदी झूठी घोषणापत्र लाकर अब तक पूरी तरह साबित कर चुके हैं, मेरी भाषण बाजी सिर्फ़ झूठ पर आधारित रहती है। इतना सीना ठोक झूठ बोलते हैं कि, इनकी झूठ ही जनता को सच नज़र आने लगती है। सम्पूर्ण सरकारी मशीनरी जब मोदी के इसारे पर काम करती जनता को भी नजर आ ही रही है। मोदी के एक इसारे पर ईडी छापेमारी कर जेल भेज दी होती। जैसे विना आरोप ही केजरीवाल को ईडी ने जेल भेजवा दिया। कोर्ट से जमानत मिलते ही नये आरोप लगा फिर चुनाव खत्म होने तक के लिए अंदर रखने के लिए कोर्ट को मजबूर कर दिया गया। अभी कुछ दिन पहले जनसभा को संबोधित करते हुए। नरेंद्र मोदी ने चुनावी मंच से कहा था, कांग्रेस की सरकार आई तो आप हिन्दू महिलाओं की मंगलसूत्र छीन बाट देगी कांग्रेस मुसलमानों में। ऐसे असंतुलित होकर भाषण बाजी मतलब दिमागी संतुलन खराब का संकेत भी देता है। वैसे भी हिन्दू वर्ग में एक कहावत है कि बुढ़ापे में दिमागी संतुलन लगभग खराब हो ही जाता है, कही ऐसा ही तो नरेंद्र मोदी का भी नही ? जो रह-रह कर ऐसी बातें कह रहे हैं जो जनता को हजम ही न हो सके। देश की आम जनता तक को पता है अडानी, अंबानी नरेंद्र मोदी के सबसे खास हैं। जिनके हाथ भारत की तमाम कारोबार, ठीका, विभाग सप्रेम भेंट करते जा रहे हैं। इनके हाथ बेचते जा रहे हैं। सबको पता है, अडानी अंबानी को चमकाने वाले नरेंद्र मोदी ही हैं, इसलिए कि सबसे खास उद्योगपति जो नरेंद्र मोदी के ये हैं। अपनी सरकारी दूरसंचार विभाग को ध्वस्त करवा जीवों टेलिकॉम को चमकाने में इतना बड़ा सहयोग किया कि बताते हुए भी शर्म आ रही है। नरेंद्र मोदी के फोटो के साथ जीवों टेलिकॉम का विज्ञापन अखबारों के पहले पेज पर छपा था, जो गैरकानूनी है – सरकार चलाने वाले अपनी सरकारी दूरसंचार विभाग को नजरअंदाज कर प्राइवेट टेलिकॉम कंपनी का प्रचार-प्रसार करे वो भी देश का प्रधानमंत्री कितनी शर्मनाक बात है। जब माहौल बिगड़ते देखा गया, तो इतनी बड़ी जुर्माना लगा कि विश्व पटल पर जुर्माने की राशि को रखा जाए, तो जो संभावना व्यक्त की जा रही है भारत बनेगा विश्व गुरु देश का कण-कण भी शर्मशार हो सकता है। आपको याद होगा अखबारों के मुख्य पेज पर नरेंद्र मोदी के फोटो के साथ जीवों टेलिकॉम का प्रचार प्रसार करते जो विज्ञापन छपा था। उसके एवज़ में इतनी बड़ी रकम जुर्माने के तौर पर थी कि जितना बडे-बडे घरानों में कुत्तों को बिस्कुट खिला दिया जाता है, वो जुर्माने की रकम थी- पांच सौ रुपये। लाखों करोड़ों का विज्ञापन जीवों टेलिकॉम को कईयों खरबों का फायदा मोदी के नेतृत्व में विज्ञापन से, और जुर्माना पांच सौ रुपये। यह मोदी कि हमदर्दी नही तो और क्या थी ? देश की सारी व्यवस्था अडानी अंबानी को नरेंद्र मोदी सुपुर्द कर रहे हैं। 1947 आजादी बाद सभी लगभग 556 रियासतों को तोड़कर सरकार में मिलाया गया, मतलब व्यवस्था सरकार की हाथ हुई 2014 से मोदी सरकार देश का सबकुछ अडानी अंबानी के हाथ सुपुर्द कर गिने-चुने रियासतों के हाथ भारत का बागडोर कर रहे हैं और मोदी चुनावी भाषणबाजी में झूठ कि गठरी बांध टेम्पो भर भर कर कांग्रेस को माल देने का आरोप अपने ही खास मित्र अडानी अंबानी पर लगा दिया। अगर यह बात सच थी, तो अब तक नरेंद्र मोदी चुप्पी साध बैठे क्यूं थे? जो इसकी जांच करवा जेल न भेजने का हमदर्दी जताये रखे। अगर केजरीवाल कि तरह कांग्रेसियों को भी टेम्पो भर भर रुपये लेने का आरोप लगवा ईडी सहित अपनी तमाम जांच एजेंसियों द्वारा जेल भेज दिया होता तो आज मोदी के लिए चुनावी दौर में अपनी मानसिक संतुलन खोने व ऐसी भाषणबाजी की आवश्यकता ही नहीं रह गई होती। इस लोकसभा 2024 चुनाव में केजरीवाल से जैसे मोदी निश्चिंत हो चुके हैं वैसे ही काग्रेस की बढ़ती बढ़त से बेफिक्र रहते। जैसे केजरीवाल जेल की सलाखों के पीछे से चुवावी माहौल को खराब नहीं किया वैसे ही काग्रेस भी सत्ता के करीब न जा पाती। मोदी का नफरती भाषणबाजी यह दिखा रही है, मोदी को एहसास हो चुका है कांग्रेस सत्ता की तरफ़ और खुद सत्ता से बेदखल हो रहे हैं। किंतु ऐसा नहीं होगा अभी निश्चिंत रहिए क्योंकि? जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ होगी ही बस अपनी चार सौ पार वाली हवा गोदी मीडिया से बरकरार रखिए। गोदी मीडिया को मायूस न होने दें। हम सब के सर्वे में बहुत सारी भाजपा की सीटें स्पष्ट हारते हुए नज़र आ रही हैं और चार सौ के आधे से भी कम कि तरफ़ जा रही है।

इन सब सवालों के बीच चुनाव में अपनी बिगड़ी स्थिति को देखते हुए, आख़िरकार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हताशा और निराशा स्पष्ट दिखाई दे ही रही है। यहां पर राहुल गांधी नरेंद्र मोदी पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
सोचने वाली बात है अंबानी का टीवी चैनल IBN7 समेत कई टीवी चैनल अब किस तरह के सवाल उठाएंगे कि उनके मालिक पर सवाल उठाया गया है। वह कैसे उद्योगपति है जो किसी राजनीतिक दल को चोरी से पैसा देते हैं। कैसे खंडन करेंगे इस बात को अपने न्यूज़ चैनल पर। इस बयानबाजी पर देखना यह है कि गोदी मीडिया, मोदी को कैसे बचाने और उनके कहने का अर्थ बदल जनता को दिखाने में सफल हो जाती है। आरोपित अडानी अंबानी की मीडिया कैसे सह सकेंगी, अपने मालिक कि खिंचाई कांग्रेसियों को क्या होगा मोदी के अपने ही मित्र पर आरोप लगाने का फायदा या नुकसान ?

पल पल कि अपडेट के लिए बने रहिए निस्पक्ष कलम के साथ। ऐसे सत्य जानकारी के लिए अन्य आर्टिकल को भी पढ़िए शेयर किजिये। निस्पक्ष पर्दाफ़ाश लेखनी चित्रगुप्त वंशज अमित श्रीवास्तव की कलम से। मायावती भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा के विपक्षी दलों का वोट काट भाजपा की वोटकटवा मशीन का काम करने लगी हैं। ओवैसी राजा भैया जैसे लोग भाजपा के लिए फायदेमंद। विस्तृत जानकारी अगले लेख में।
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