अयोध्या में श्रीराम मंदिर के पास पंचकूला अग्रवाल भवन का शुभारंभ – समाज सेवा, एकता और श्रद्धा का प्रतीक। जानिए कैसे यह भवन श्रद्धालुओं के लिए सहारा बनेगा और समाज को जोड़ेगा।
अयोध्या। अग्रवाल समाज की एकता, श्रद्धा और समाज सेवा की भावना का एक जीवंत उदाहरण सामने आ रहा है। पंचकूला के अग्रवाल विकास ट्रस्ट द्वारा श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या में एक भव्य “पंचकूला अग्रवाल भवन” के निर्माण की योजना बनाई गई है। यह भवन न केवल एक सामाजिक सेवा का प्रतीक होगा, बल्कि अयोध्या नगरी में आने वाले समाज के श्रद्धालु परिवारों के लिए एक सशक्त सहारा भी सिद्ध होगा।
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स्थान का चयन – श्रीराम मंदिर के निकट
अग्रवाल विकास ट्रस्ट पंचकूला के प्रतिनिधि सत्यनारायण गुप्ता, वीके बंसल एवं पवन गुप्ता ने हाल ही में अयोध्या जाकर भवन के लिए स्थान का चयन किया। यह स्थान भगवान श्री रामचंद्र जी के भव्य मंदिर से मात्र 1200 गज की दूरी पर स्थित है। यह अत्यंत ही उपयुक्त स्थान है, जहाँ एक बड़े होटल के पास लगभग 14,000 वर्ग फुट का विशाल क्षेत्र उपलब्ध है।
यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, बल्कि यातायात, ठहराव और सुविधा के दृष्टिकोण से भी श्रेष्ठ है। यहाँ से श्रीराम मंदिर के दर्शन सहज रूप से किए जा सकते हैं, जिससे यह भवन श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
सामूहिक भागीदारी – समाज की शक्ति
इस भवन के निर्माण में पंचकूला के अग्रवाल समाज के सभी बंधु-बांधवों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। अग्रवाल विकास ट्रस्ट का उद्देश्य केवल एक भवन बनाना नहीं है, बल्कि समाज की एकता और सहभागिता को मूर्त रूप देना है। ट्रस्ट का यह विश्वास है कि जब समाज के सभी सदस्य तन-मन-धन से इस पुण्य कार्य में सहभागी होंगे, तो यह भवन मात्र ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं रहेगा, बल्कि यह समाज की एकता, श्रद्धा और सेवा भावना का प्रतीक बन जाएगा।
इसलिए ट्रस्ट द्वारा पंचकूला में रह रहे अग्रवाल समाज के प्रत्येक परिवार से आग्रह किया जाएगा कि वे इस पुनीत कार्य में सहयोग करें – चाहे वह आर्थिक रूप में हो, समय देने के रूप में हो या किसी अन्य प्रकार से। जब समाज मिलकर कोई कार्य करता है, तो वह कार्य न केवल सफल होता है, बल्कि दीर्घकालिक और प्रेरणादायी बनता है।
भविष्य की योजना – सुविधाओं से युक्त भवन
पंचकूला अग्रवाल भवन को एक आधुनिक, सुविधाजनक और आत्मीयता से परिपूर्ण स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भवन में श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुसज्जित कमरे होंगे, भोजनशाला की व्यवस्था होगी, साथ ही समाजिक आयोजनों के लिए एक सभा हॉल और सांस्कृतिक केंद्र भी प्रस्तावित है।
भविष्य में इस भवन को समाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के एक केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालु न केवल ठहरने की व्यवस्था का लाभ ले सकें, बल्कि अग्रवाल समाज की सांस्कृतिक विरासत को भी आत्मसात कर सकें।
आह्वान – आइए, इस पुनीत यज्ञ में सहभागी बनें
ट्रस्ट द्वारा यह संकल्प लिया गया है कि भवन का निर्माण न केवल शीघ्र किया जाएगा, बल्कि उसकी गुणवत्ता और उपयोगिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस दिशा में पहला कदम उठाया जा चुका है – भूमि चयन और प्रारंभिक योजनाएँ तैयार की जा चुकी हैं।
अब आवश्यकता है समाज के प्रत्येक सदस्य की भागीदारी की। यह भवन हम सभी का है, यह सपना हम सभी का है, और इसे साकार करने की जिम्मेदारी भी हम सभी की है।
ट्रस्ट द्वारा शीघ्र ही इस परियोजना के लिए एक विस्तृत योजना जारी की जाएगी, जिसमें दान, सदस्यता, नामांकन और कार्य विभाजन से संबंधित जानकारी दी जाएगी। समाज के सभी अग्रजन, युवावर्ग, महिलाएं तथा बच्चे भी इस कार्य में अपनी भूमिका निभा सकते हैं।
समापन – राम नाम से प्रेरित समाज सेवा
अयोध्या श्रीराम की नगरी है – यहाँ की हर सांस में “राम” बसा है। ऐसे पावन स्थल पर जब अग्रवाल समाज अपना एक सेवा भवन बनाता है, तो वह केवल एक संरचना नहीं होती, बल्कि यह समाज की भक्ति, विश्वास और समर्पण की अभिव्यक्ति होती है।
यह भवन आने वाले वर्षों में न जाने कितने परिवारों को सहारा देगा, श्रद्धालुओं को सुकून देगा और समाज की एकजुटता की मिसाल बनेगा।
आइए, इस ऐतिहासिक कार्य में अपने सहयोग की आहुति दें और इस यज्ञ को पूर्णता की ओर अग्रसर करें।
जय श्रीराम। जय अग्रवाल समाज।
अयोध्या से रंजना शुक्ला कि रिपोर्ट






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